” ऐसे लोगों पर रोष करना अभी शक्ति का क्षय करना है।
3.
पुलिस उनकी लाठी और जनता भैस है अपना हक मांगना, और न मिलाने पर रोष करना उनके लिए गलत बात है नेता जी बोले चुनाव के समय-महिला देश का आधार हैं, लोकतंत्र में उनकी अलग पहचान है सरकार हमारी होगी तो कष्ट दूर तुम्हारे होंगे पर हाय सरकार तो बन गई बादल की और हमें झुनझुना दे दिया कह दिया बच्चों बजाना मना है।
4.
और कुछ लोगो का उनपर वसीयत ना बनाने पर रोष करना … मुहम्मद को उनकी पत्नी ने सारे धार्मिक पुस्तकों जैसे रामायण, गीता, महाभारत, वेद, वाईविल, और यहूदी धार्मिक पुस्तकों को पढ़ कर सुनाया था और पढ़ना लिखना सीखा दिया था, आप किसी को लिखना पढ़ना सीखा सकते हो लेकिन बुद्धि का क्या? … जो आज तक उसके मानने बालो की बुद्धि पर असर है..